Atal Setu Bridge: अटल सेतु अरब सागर में थाने क्रीक पर बना सबसे लम्बा पुल करीब 22 किलोमीटर लंबा ट्विन-कैरिजवे छह-लेन पुल है। जिसको 2016 में पीएम मोदी ने इस पुल का शिलान्यास किया था और इस पर काम अप्रैल 2018 में शुरू हुआ।
देश के प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। इसी बीच अपने दौरे पर पीएम ने मुंबई में अटल सेतु को जनता को समर्पित किया। देश की आर्थिक राजधानी में बना यह पुल देश का सबसे लंबा तथा सबसे लम्बा समुंद्री पुल है। अधिकारियों ने कहा है कि पुल से हर रोज करीब 70 हजार यात्री सफर करेंगे और 2 घंटे की यात्रा अब 20 मिनट में कर सकेंगे जिससे समय और ईंधन खर्च में बहुत अधिक कमी आएगी।
पीएम मोदी ने किया रोड शो
पीएम मोदी नवी मुंबई पहुंचे. यहां उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे जो की शिवसेना पार्टी से है और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार के साथ रोड शो किया। रोड शो के दौरान वहा भरी संख्या में जुटी भीड़ का पीएम ने आभार व्यक्त किया. रोड शो के बाद पीएम ने नवी मुंबई में 12,700 करोड़ रुपये से ज्यादा की कई और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.
Atal Setu Bridge: लागत
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र में 30,500 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत करते हुए मुंबई ट्रांस-हार्बर (एमटीएचएल) का उद्घाटन किया, इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी परियोजना ‘अटल बिहारी वाजपेयी’ ”अटल सेतु’’ (Atal Setu Bridge) नाम दिया गया है. जिसको 17,840 करोड़ रुपए की मोटी रकम से इसका निर्माण किया गया है.
Atal Setu Bridge: की खास विशेषताएं
Atal Setu Bridge मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सीधा जोड़ेगा जिससे यात्रा आसान और किफायती होगी और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा. जिससे ईंधन में काफी कमी होगी, वहीं अधिकारियों ने कहा कि इस पुल से होकर गुजरने वाले यात्री को हर यात्रा में कम से कम 500 रुपये तक के ईंधन की बचत होगी। इसके साथ ही यह मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच सीधा जुड़ाव प्रदान करेगा
मुंबई से गोवा समेत अन्य स्थानों की यात्रा करने वालों के लिए भी यह अधिक किफायती और सुविधाजनक होगा। यह पुल लगभग 21.8 किमी लंबा है और 6 लेन की सड़क है। इसके अलावा मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (अटल सेतु) पर चलने वाले वाहनों के लिए भी गति सीमा निर्धारित की गई है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि अटल सेतु का साढ़े 16 किलोमीटर का हिस्सा समुन्दर से होकर गुजरता है, जबकि बाकी बचा हुआ साढ़े 5 किलोमीटर का हिस्सा जमीन पर है। पहले समंदर पर बने इस पुल को Mumbai Trans harbour Link नाम से जाना जाता था। हालांकि अब भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी ने इसे अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा Atal Setu Bridge के नाम से कर दिया है। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज़ कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
इसके अलावा गोवा समेत अन्य स्थानों की यात्रा करने वालों लोगो के लिए भी यह अधिक सुविधाजनक साबित होगा। यह पुल 21.8 किमी लंबा है और 6 लेन की सड़क है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बता दे की मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (Atal Setu Bridge) पर चलने वाले वाहनों के लिए भी गति सीमा निर्धारित गई है। इस पुल पर कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनी बसें, 2 एक्सल बसें अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे की गति से यात्रा कर सकती हैं। पुल की शुरुआत और अंत में वाहनों की गति सीमा 40 किमी प्रति घंटे तक सीमित है।
पुल को बनकर तैयार होने में कितना समय लगा ?
अगर बात करे Atal Setu Bridge के निर्माण की तो पहली बार 1962 में ‘मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के लिए सड़क प्रणाली की योजना’ विचार सामने आया था। इसके 34 साल बाद 1994 में परियोजना की रिपोर्ट तैयार की गयी। इसके 12 साल बाद यानि 2006 में निविदाएं बुलाई गईं जबकि इसके 10 साल बाद 2016 में देश के प्रधानमंत्री मोदी ने इस पुल का शिलान्यास किया। जिसके 2 साल बाद परियोजना पर काम अप्रैल 2018 में शुरू हुआ।
इससे आम जनता को कितना फायदा होगा?
हजारों करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ ये पुल अटल सेतु मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ेगा। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लिए यह पुल नई जीवन रेखा बनेगा, यह भारत के लिए नई विकास की इबारत है। जनता को इससे बहुत फायदा होने वाला है क्युकी यही यात्रा पहले तय करने पर ज्यादा ईंधन एवं समय लगता था लेकिन अब ऐसा नहीं है. अधिकारियो का मानना है की पुल से हर रोज करीब 70 हजार लोग सफर करेंगे। पुल पर लगभग 400 कैमरे लगे हैं, इसके अलावा ट्रैफिक के दबाव की जानकारी जुटाने के लिए AI based सेंसर लगे हैं।
अटल सेतु कहां बनाया गया है?
इसका पूरा नाम अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु है। यह अरब सागर में ठाणे क्रीक पर 22 किलोमीटर लंबा छह-लेन पुल है। अटल सेतु मुंबई में सेवरी को रायगढ़ जिले में चिरले से जोड़ता है।
एक और भूमिगत सड़क सुरंग की भी रखी आधारशिला
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पहले लोगों का उद्घाटन किया। साथ ही ईस्टर्न फ्रीवे के ऑरेंज गेट को मरीन ड्राइव से जोड़ने वाली भूमिगत सड़क सुरंग और अन्य कई और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। इनमें उरण रेलवे स्टेशन से खारकोपर तक चलने वाली ईएमयू ट्रेन ”नमो महिला सशक्तीकरण” का अनावरण भी शामिल है।
हम आसा करते है की इस लेख को पढ़कर ”Atal Setu Bridge” से जुड़े सारे डाउट क्लियर हो गए होंगे, ऐसे ही लेटस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए ‘‘thequickquill” से जुड़े रहे
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